नकारात्मक विचारों का कारण कुंडली में पिशाच योग- मनीष साईं
नकारात्मक विचारों का कारण कुंडली में पिशाच योग- मनीष साईं जन्मकुंडली में सैकड़ों तरह के लोग होते हैं उनमें से एक योग पिशाच योग कहलाता है जो कि राहु के कारण उत्पन्न होता है। पिशाच योग राहु द्वारा निर्मित योगों में यह नीच योग है।पिशाच योग जिस व्यक्ति की जन्मपत्री में होता है वह प्रेत बाधा का शिकार आसानी से हो जाता है।इनमें इच्छा शक्ति की कमी रहती है ।इनकी मानसिक स्थिति कमज़ोर रहती है, ये आसानी से दूसरों की बातों में आ जाते हैं.इनके मन में निराशात्मक विचारों का आगमन होता रहता है।कभी कभी स्वयं ही अपना नुकसान कर बैठते हैं। ◾◾आइए जानते हैं पिशाच योग कैसे बनता है- ▪किसी कुंडली में राहू या केतु सप्तम भाव में होने पर जीवन में पिशाच बाधा होने की कभी संभावना बन सकती है। ▪किसी जातक की जन्म कुंडली में लग्न में राहू ग्रस्त चन्द्रमा होने और पंचम और नवंम में पापग्रस्त शनि और मंगल होने पर पिशाच बाधा हो सकती है। ▪लग्न में शनि-राहू युति कभी पिशाच बाधा दे सकती है। ▪लग्न में केतु किसी भी पापी ग्रह से युत या दृष्ट होने पर पिशाच बाधा दे सकता है। ▪लग्न में शुक्र हो और सप्तम भाव में शनि