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Showing posts from April 14, 2018

बुध के प्रभाव और उपाय-मनीष साई

व्यापार नौकरी मैं हानि का कारण कहीं "बुध" तो नहीं? जाने 12 भावों में बुध के प्रभाव और उपाय-मनीष साई आकाश में स्थित सभी ग्रहों में बुध सबसे छोटा व तेज गति से चलने वाला ग्रह है। चंद्रमा के बाद यही एक ग्रह है जिसकी चाल सबसे अधिक तेज है। यह सूर्य के बहुत अधिक नजदीक है।बुध ग्रह मिथुन तथा कन्या राशी का स्वामी हैं तथा इन दोनों राशियों पर ही इस ग्रह का शुभ एवं अशुभ प्रभाव पड़ता हैं।बुध मिथुन व कन्या राशी का स्वामी हैं इसलिए इन राशियों के व्यक्ति में कुछ विशेष गुण होते हैं।जिस व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह की दशा शांत और प्रभावी होती हैं। वह वाक् कला अर्थात बोलने में या किसी भी प्रकार का भाषण देने में निपूर्ण होता हैं। बुध ग्रह विद्या व तेज बुद्धि का सूचक होता हैं। इसलिए बुध ग्रह के मिथुन और कन्या राशी के व्यक्ति का दिमाग अधिक तेज होता हैं तथा वो पढाई में भी अच्छे होते हैं।  बुध ग्रह व्यापर और स्वास्थ्य के लिए शुभ माना जाता हैं।इसलिए इस ग्रह की दोनों राशियों के व्यक्ति व्यापार करने में कुशल होते हैं तथा उनका स्वास्थ्य भी अधिकतर ठीक रहता हैं।  कुंडली में बुध ग्रह की दशा के खराब हो

ब्लैक मैजिक के प्रभाव से बचने के आसान उपाय - मनीष साईं

🚩🚩विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक एवं तंत्र गुरु श्री मनीष साईं का काला जादू (ब्लैक मैजिक) पर महत्वपूर्ण लेख- ▪▪मनुष्य मर-मर के जीता है, ब्लैक मैजिक के प्रभाव से, आसान उपाय जाने- मनीष साईं▪▪ ब्लैक मैजिक (काला जादू )का नाम सामने आते ही व्यक्ति घबराने लगता है और सोचता है कि कहीं मुझ पर तो नहीं हो गया इसका असर। वाकई में ब्लैक मैजिक का किसी व्यक्ति पर होना जीवन को बर्बाद करने जैसा होता है। मेरे पास प्रतिदिन सैकड़ों केस ब्लैक मैजिक तथा तंत्र मंत्र से संबंधित आते हैं ।मैं उन प्रकरणों को सुनकर हैरान हो जाता हूं कि मनुष्य लालच और एक दूसरे को गिराने में इतनी भी नीच हरकत कर सकता है। यह की किसी व्यक्ति को जान से मार दे और इस ब्लैक मैजिक के जरिए बर्बाद कर दे। ब्लैक मैजिक के प्रभाव को खत्म करने के लिए मैंने 10 वर्षों तक पर अध्ययन किया और बड़े जानकार लोगों से सीख कर इसकी मुक्ति के मार्ग को प्रशस्त किया है। मेरा संस्थान एक चेरिटेबल ट्रस्ट है और वह इससे पीड़ित व्यक्तियों की मदद करता है। उन्हें मुक्ति का मार्ग आसानी से दिला देता है। आज मैं ब्लैक मैजिक कैसे होता है, उसके लक्षण क्या होते हैं, उसके उपाय

घर का प्रवेश द्वार वास्तु अनुसार नहीं होने से जीवन होता है कष्टमय -मनीष साईं

🚩🚩 घर का प्रवेश द्वार वास्तु अनुसार नहीं होने से जीवन होता है कष्टमय -मनीष साईं 🚩🚩 किसी भी घर में प्रवेश द्वार का विशेष महत्व होता है। प्रवेश द्वार की स्थिति वास्तु सम्मत होती है तो उसमें रहने वालों का स्वास्थ्य, समृद्धि सब कुछ ठीक रहता है और अगर यह गलत हो तो कई परेशानियों का सामना करना पड़ जाता है। तो क्यों न वास्तु का खयाल रख कर अपने जीवन में सुख-समृद्धि लाएं। प्रवेश द्वार भवन का अहम भाग होता है। कहते हैं कि आरंभ अच्छा तो अंत अच्छा। जिस तरह भवन निर्माण से पूर्व भूमि का पूजन किया जाता है, उसी तरह भवन की चौखट अर्थात द्वार प्रतिस्थापना के समय भी पूजा की जाती है और प्रसाद वितरित किया जाता है। मतलब यह कि भवन निर्माण में प्रवेश द्वार का विशेष महत्व होता है। प्रवेश द्वार अगर वास्तु नियमों के अनुसार बनाया जाए तो वह उस घर में निवास करने वालों के लिए खुशियों को आमंत्रित करता है। यही नहीं, प्रवेश द्वार से हमें भवन के आंतरिक सौष्ठव और साज-सज्जा का अंदाजा भी हो जाता है।अगर आप भी अपने घर में खुशियों को आमंत्रित करना चाहते हैं तो प्रवेश द्वार को वास्तु सम्मत अवश्य बनाएं। मैंने अपने 20 साल

अनचाही घटनाएं होने लगे तो मिलते हैं आने वाले दुर्भाग्य के संकेत :मनीष साईं

🚩🚩अनचाही घटनाएं होने लगे तो मिलते हैं आने वाले दुर्भाग्य के संकेत :मनीष साईं मनुष्य का भाग्य कब दुर्भाग्य में बदल जाए इसका आकलन कोई नहीं कर सकता कहावत है कि स्त्री का चरित्र और पुरुष का भाग्य भगवान भी नहीं समझ पाए हैं हमारे शास्त्रों में भाग्य के परिवर्तन के पूर्व संकेतों का एक बड़ा रहस्य छुपा है आज मैं आपको बताने जा रहा हूं कि दुर्भाग्य आने से पूर्व ऐसे कौन से संकेत होते हैं जिन्हें आप पहचान कर सचेत हो सकते हैं रोजमर्रा के जीवन में कुछ अनचाही घटनाएं होने लगें तो समझ जाएं उसमें छुपे हैं दुर्भाग्य के संकेत। आईए जानें- 🔶 व्यक्ति को बार बार किसी भी चीज से ठोकर का लगना दुर्भाग्य की निशानी है। 🔶सुख-सुविधाओं, धन-धान्य से संपन्न व्यक्ति की संतान मंदबुद्धि हो तो ये दुर्भाग्य की निशानी है। 🔶जिस व्यक्ति की पत्नी घर में आए दिन कलह-क्लेश मचाए रखती हैं, समझ लेना चाहिए उसके भाग्य का द्वार कभी नहीं खुल सकता। 🔶कोई पारिवारिक सदस्य अस्वस्थ रहने लगे, लाख प्रयत्न करने पर भी आराम न आए तो समझ लेना चाहिए ये का संकेत है।  दुर्भाग्य 🔶घर को जितना भी साफ कर लें, फिर भी गंदगी रहती है तो समझ ले

बुरी नजर का प्रभाव मनुष्य को रोग ग्रस्त बना देता है,आसान उपाय से करें हल :मनीष साईं

🚩🚩बुरी नजर का प्रभाव मनुष्य को रोग ग्रस्त बना देता है,आसान उपाय से करें हल :मनीष साईं🚩🚩 प्रतिदिन हजारों से मालूम पड़ता है कि लोग किसी ना किसी कारण से परेशान है। लोग परेशान होकर whatsapp पर या फेसबुक पेज पर मैसेज करते हैं। हमारे कार्यक्रम में जो लोग आते हैं  वह विवरण तालिका में अंकित करते हैं कि उनके पडोसी ने उन्हें कुछ कर दिया है  या व्यापार में प्रतिस्पर्धा को लेकर सामने वाले की  नजर लग गई है, माता एवं बहनों द्वारा सबसे अधिक प्रश्न किया जाता है, कि गुरुजी  नजर बहुत लगती है  उसके उपाय क्या है । आज मैं आपको नजर दोष से बचने के विस्तृत उपाय बता रहा हूं। हिन्दू धर्म में हमारे पूर्वजो के समय से चली आ रही अत्यन्त प्राचीन परम्परा एवं मान्यताएं आज भी हमारे जीवन का हिस्सा है. इन मान्यताओं में से एक है ”बुरी नजर लगना”, बुरी नजर का लगना कोई रोग नहीं है। परन्तु बुरी नजर का प्रभाव मनुष्य को रोगी के समान ही बना देता है अथवा इसके प्रभाव से मनुष्य को अनेक प्रकार की परेशानियों से होकर गुजरना पड़ता है। बुरी नजर के कारण अनेक बाधाएं एवं मुसीबतें मनुष्य को आ घेरती है तथा कभी कभी बुरी नजर का अर्थ यह

एकादशी व्रत से संतान प्राप्ति और पाप नाश होते हैं ;:मनीष साईं

🚩🚩एकादशी व्रत से संतान प्राप्ति और पाप नाश होते हैं ;:मनीष साईं सावन मास के शुक्ल पक्ष की पवित्रा एकादशी पुत्रदा एवं पापनाशिनी एकादशी के नाम से प्रसिद्घ है। इस बार यह व्रत 3 अगस्त को किया जाएगा। इस व्रत को करने से पुत्र प्राप्ति की कामना पूर्ण होती है एवं व्रत के प्रभाव से मनुष्य के सभी पाप भी नष्ट हो जाते हैं। 🔷कैसे करें पूजन: प्रात: सूर्य निकलने से पूर्व उठकर वर्षा का पानी एकत्र कर उस में हल्दी डालकर स्नान करें यदि वर्षा आपके शहर में नहीं हो रही है तो सादे पानी से भी स्नान कर सकते हैं । भगवान श्री केशव जी का तुलसी दल और तुलसी की मंजरियों के साथ ही धूप, दीप, नैवैद्य फल और फूलों से पूजन करना चाहिए। पूजन के पश्चात ब्राह्मण को यथा शक्ति दान और दक्षिणा देकर श्री हरिनाम संकीर्तन करें। एक समय फलाहार करने से व्रत सम्पन्न होता है। प्रात: व सांय तिल के तेल से दीपक जलाना चाहिए। द्वादशी के दिन नहां fcधोकर प्रभु का पूजन करने के उपरान्त ब्राह्मण को भोजन करवा कर स्वयं भोजन करना चाहिए। गाय को चारा खिलाएं तथा व्रत वीरवार को होने के कारण पीले रंग की वस्तुओं का दान करें। 🔷व्रत का पुण्य फल:-

घर में शिवलिंग रखने के पहले ध्यान रखें इन बातों का-मनीष साई

शिव पूजा पर विशेष- घर में शिवलिंग रखने के पहले ध्यान रखें, शिवलिंग पर इन चीजों को चढ़ाने से पुण्य नहीं बल्कि लगता है पाप- मनीष साईं शिव महापुराण के अनुसार शिव एकमात्र ऐसे स्वरुप हैं जो दैवीय शक्ति हैं अर्थात जो निष्कल व सकल दोनों हैं। यही कारण है कि एकमात्र शिव का पूजन लिंग व मूर्ति दोनों रूपों में किया जाता है। सनातन धर्म में देवों के देव महादेव पुकारे जाने वाले शिव मूर्त या सगुण और अमूर्त या निर्गुण रूप में पूजे जाते हैं अर्थात शिव ऐसी दैवीय शक्ति हैं, जिनका पूजन साकार और निराकार दोनों ही रूप में किया जाता है। शिव ही एक मात्र अजन्मा, अनादि, अनंत है अर्थात उनका कोई आरंभ है न अंत है। न उनका जन्म हुआ है, न वह मृत्यु को प्राप्त होते हैं। इस तरह शिव कोई अवतार न होकर साक्षात परमेश्वर माने जाते हैं। कई शास्त्रों में उल्लेख है कि घर में कभी भी शिवलिंग नहीं रखना चाहिए। ऐसा स्थान जहाँ पूजा न हो शिवलिंग को कभी भी ऐसे स्थान पर स्थापित न करें जहां आप पूजन न करते हों। हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि आप शिवलिंग की पूजा पूरी विधि-विधान से न कर पा रहे हो या ऐसा करने में असमर्थ हो तो भू

क्या आप नींद नहीं आने की बीमारी से परेशान है? अच्छी नींद के लिए यह उपाय करें- मनीष साईं

🚩🚩क्या आप नींद नहीं आने की बीमारी से परेशान है? अच्छी नींद के लिए यह उपाय करें- मनीष साईं आजकल हर तीसरा व्यक्ति मुझे फोन  कर कहता है कि गुरु जी मुझे रात को नींद नहीं आती कोई उपाय बताएं । यह सभी जानते हैं कि व्यक्ति को पूरे दिन की थकान दूर करने के लिए अच्छी नींद की आवश्यकता होती है पर ऐसा क्यों हो रहा है उस पर विचार नहीं करते। नींद नहीं आने का कारण मानसिक तनाव और परेशानियां हैं। वास्तु, ज्योतिष एवं प्राचीन ग्रंथों में कुछ ऐसे उपाय हैं जो मैं आपके साथ शेयर कर रहा हूं वास्तु के अनुसार शयनकक्ष ऐसा होना चाहिए जहां व्यक्ति का तनाव खत्म हो। लेकिन कई बार अधिक थकान होने के बाद भी अच्छी नींद नहीं आती। व्यक्ति का मन भटकता रहता है। वास्तु के अनुसार ऐसा वास्तुदोष के कारण भी हो सकता है। यदि वास्तु की कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।  ज्योतिष के अनुसार मंत्र चिकित्सा अनिद्रा रोग के लिए बहुत कारगर है। जाने उपाय- ♦♦वास्तु के अनुसार अच्छी नींद के उपाय- 🔸वास्तु के अनुसार पलंग का सही दिशा में होना बहुत जरुरी होता है। कभी भी पलंग उत्तर-पूर्व दिशा की अौर नहीं होन

फैक्ट्री में लगातार घाटा, कहीं वास्तु दोष कारण तो नहीं, जाने 51 उपाय :मनीष साईं

फैक्ट्री में लगातार घाटा, कहीं वास्तु दोष कारण तो नहीं, जाने 51 उपाय :मनीष साईं आपका उद्योग उत्पादन तो करता है लेकिन लाभ नहीं होता?उद्योग में कर्मचारी काम छोड़कर भाग जाते हैं?,लगातार घाटा हो रहा है कर्ज दिनों दिन बढ़ रहा है ?,आप मानसिक तनाव से घिरे हुए हैं?, कहीं ऐसा तो नहीं वास्तुदोष के कारण यह सब परेशानी आपको आ रही है। यदि वास्तु दोष के कारण परेशानी आ रही है तो रेमेडियल वास्तु अनुसार  51 उपाय इन्हें आप ध्यान से पढ़े और यदि उद्योग के लिए जो वास्तु के नियम है वह पूर्ण नहीं हो रहे हैं तो तत्काल हमारे संस्थान के नंबर पर संपर्क करें। निश्चित तौर पर उद्योग का वास्तु ठीक करने के बाद आप को सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। जाने वास्तु के उद्योग के लिए क्या नियम है- 🔸 1. धन समृद्धि और उत्पादन बढ़ाने के लिए उत्तर-पूर्व में फव्वारे ,पानी के तालाब आदि बनाये। 🔸2. फैक्ट्री में यदि भूखंड का ढलान उत्तर-पूर्व की और हो तथा बारिश का पानी भूखंड के उत्तर-पूर्वी भाग के और बहता हो तो निर्मित उत्त्पादो की गुणवत्ता बढ़ जाएगी। 🔸3. फैक्टरी का उत्तरी कोना साफ़-सुथरा रखे तथा छोटे आकार के गमले लगाकर या उद्यान

पितृदोष क्यों और कैसे-मनीष साई

🕉🕉पितृदोष क्यों और कैसे विशेष लेख- 🚩🚩व्यवसाय, नौकरी, विवाह एवम संतान कष्ट का कारक है पितृदोष जाने उपाय -मनीष साईं🚩🚩 सबको सभी विषयों की जानकारी नहीं होती और सब कुछ जानने वाला सर्वज्ञ कोई नहीं होता है। मनुष्य अपने व्यावहारिक जीवन में इतना मग्न हो जाता है कि उसे अपने कर्तव्य याद नहीं रहते। मनुष्य के कर्तव्यों में एक कर्तव्य है श्राद्ध कर्म । पितृ तर्पण और श्राद्ध से पितरों को संतुष्ट करना यह पुत्र का स्वधर्म है। ऐसा श्राद्ध  विचारों अनेक पुराणों के स्मृति ग्रंथों में है। फिर भी उस स्वधर्म को निभाने के लिए हमें समय नहीं मिलता।  हर साल में पितरों की तिथि को श्राद्ध तर्पण आदि कार्य न करने से पितृ असंतुष्ट होते हैं,और कुंडली में इसी कारण  पितृदोष उत्पन्न होता है। सामान्यतः पितृ दोष के ज्योतिषीय कारण का निर्धारण जन्म कुंडली में प्रथम, द्वितीय, पंचम, सप्तम, दशम और नवम भाव तथा सूर्य,राहु और शनि ग्रहों के आधार पर होता है। जन्मपत्री में नवम भाव को पिता तथा पूर्वजो का भाव कहा गया है। यह भाव जातक के लिए भाग्य स्थान भी है। इस कारण इस भाव का विशेष रुप से महत्वपूर्ण हो जाता है। परम्परानुसार

मंगल करें अमंगल तो करें ये उपाय- मनीष साईं

अशुभ मंगल करें अमंगल तो करें ये उपाय- मनीष साईं मंगल ग्रह का हिंसा से विशेष संबंध माना जाता है। इसे कालपुरुष का पराक्रम माना गया है। प्राचीन भारतीय ऋषियो ने मंगल ग्रह का प्रभाव भारत देश में  अवंती नगर उज्जैन में सबसे अधिक माना है। बल के दृष्टिकोण से सौरमंडल में मंगल सूर्य से छठा ग्रह है। इसका प्रभाव शरीर के नाभि क्षेत्र पर होता है। मंगल की गुरुत्वाकर्षण शक्ति पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण शक्ति का 1/10 भाग है हमारी जन्म कुंडली में नौ ग्रह माने गए हैं। वैसे तो सभी ग्रहों का अपना विशेष महत्व है। सभी ग्रहों का अपना अलग क्षेत्र रहता है और वे उन्हीं क्षेत्रों में हमें शुभ-अशुभ फल प्रदान करते हैं। इन ग्रहों में मंगल ग्रह का स्थान अतिमहत्वपूर्ण माना गया है। चूंकि मंगल को सौर मंडल का सेनापति कहा जाता है अत: इनके क्रोध अर्थात अशुभ होने पर व्यक्ति को दरिद्रता भोगनी पड़ सकती है। मंगल ग्रह का अशुभ प्रभाव विशेषकर वैवाहिक जीवन में बाधक सिद्ध होता हैं। मांगलिक दोष होने पर जातक का वैवाहिक जीवन सुखमय नहीं रहता और अलगाव हो जाता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली के प्रथम, चतुर्थ, सप्तम या द्वादश भाव में मंग

नमक राहु केतु के अशुभ प्रभाव को नष्ट करता ही है घर में सकारात्मक उर्जा बढ़ाता है-मनीष साई

✔ ➡साईं अन्नपूर्णा सोशल फाउंडेशन द्वारा जनहित में जारी 🚩🚩नमक राहु केतु के अशुभ प्रभाव को नष्ट करता ही है घर में सकारात्मक उर्जा बढ़ाता है-मनीष साई 🚩🚩 ज्योतिष और वास्तुनुसार नमक खाने को ही स्वादिष्ट नहीं बनाता अपितु इसके इस्तेमाल से जीवन को भी खुशहाल बनाया जा सकता है। नमक में अद्भुत शक्ति होने के कारण घर में सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है। इसके प्रयोग से धन और स्वास्थ्य के साथ-साथ राहु-केतु के अशुभ प्रभाव भी नष्ट होते हैं। सदगुरु श्री मनीष साईं जी के अनुसार 👉🏻 माना जाता है कि नमक का प्रयोग करके नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट किया जा सकता है। इसका इस्तेमाल नजर उतारने के लिए भी किया जाता है। पारिवारिक सदस्यों को नजर लगने पर एक चुटकी नमक उनके ऊपर से तीन बार घुमाने के बाद बाहर फेंक दें या पानी में बहा दें। ऐसा करने से नजर दोष समाप्त हो जाता है। 👉🏻वास्तुदोष को खत्म करने के लिए कांच की कटोरी में 500 ग्राम नमक डाल कर शौचालय और स्नान घर में रखें। नमक और कांच राहु की वस्तुएं होने के कारण उनके नकारात्मक प्रभाव को समाप्त करते हैं। राहु को नेगेटिव एनर्जी और कीट-कीटाणुओं का भी सूचक माना

सफलता प्राप्त करने के लिए तथा शनि के प्रकोप से बचने के लिए करें यह उपाय - मनीष साईं

◾◾शनिश्चरी अमावस्या स्पेशल◾◾ 🚩🚩सफलता प्राप्त करने के लिए तथा शनि के प्रकोप से बचने के लिए करें यह उपाय - मनीष साईं🚩🚩 आज अमावस्या है। शनिवार को पड़ने से इसे शनिश्चरी अमावस्या कहा जा रहा है। शास्त्रों में शनिवार की अमावस्या का काफी अधिक महत्व बताया गया है। साथ ही आर्द्रा नक्षत्र, वृद्घि योग और नाग करण के कारण इस दिन की अहमियत बढ़ गई है। इस दिन कुछ उपाय करने से आप इसका पूरा लाभ पा सकते है। वहीं आपको कार्यों में सफलता भी मिलेगी। जिन लोगों को शनि की साढ़े साती चल रही हो उन्हें इस दिन शनि देव की साधना करनी चाहिए। आप शनि स्तवराज, शनि स्तोत्र और शनि अष्टक का पाठ कर सकते है। इससे आपको शांति मिलेगी। इस दिन आप शनि के बीज मंत्र का जप करके उड़द दाल की खिचड़ी या तिल से बने पकवान गरीबों को दान करें। अमावस्या की रात्रि में 8 बादाम और 8 काजल की डिब्बी काले वस्त्र में बांधकर संदूक में रखें। इससे शनि की ढैय्या खत्म हो जाएगी। शनिश्चरी अमावस्या के दिन आप पीपल के पेड़ पर सात प्रकार का अनाज चढ़ाएं और सरसों के तेल का दीपक जलाएं।  🔷🔷किन जातकों के लिए लाभकारी है शनिश्चरी अमावस? जिन जातकों की कु

धन नहीं टिकता है, घर में क्लेश रहता है तो वास्तु के ये उपाय करें: मनीष साईं

🚩🚩धन नहीं टिकता है, घर में क्लेश रहता है तो वास्तु के ये उपाय करें: मनीष साईं🚩🚩 साईं अन्नपूर्णा सोशल फाउंडेशन के पास प्रतिदिन हजारों फोन आते हैं, WhatsApp पर मैसेज  आते हैं, तथा लोग हमें ईमेल भी करते हैं  कि उनके घर में  पैसा तो बहुत आता है, लेकिन टिकता नहीं  और घर में क्लेश बना रहता है  कुछ उपाय मैं आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूं जिससे आपकी यह दोनों परेशानियां कम होगी। अधिक मेहनत करने से घर में धन नहीं टिकता, जिसके कारण पारिवारिक सदस्यों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके अतिरिक्त घर में हर समय क्लेश रहता है तो इसका कारण वास्तु भी हो सकता है। यहां वास्तु के कुछ उपाय बताए गए हैं जिनको करने से न सिर्फ वास्तुदोष दूर होता है बल्कि कई परेशानियों से भी मुक्ति मिलती है।  आप विस्तृत जानकारी चाहते हैं तो मेरी पुस्तक रेमेडियल वास्तु भी हमारे संस्थान से संपर्क कर खरीद सकते हैं। 🔶घर के मुख्य द्वार पर वास्तु के अनुसार दहलीज बनाने से घर में धन टिकता है जब आप दहलीज बनाएं इस बात का ध्यान रखें कि चांदी का तार या पत्रा जमीन पर रखकर उसके ऊपर लकड़ी लगायें, दहलीज हमेशा लकड़ी की होना चाह

तलाक से मुक्ति पाने हेतु उपाय

वास्तु गुरु श्री मनीष साईं जी के अनुसार यह उपाय बहुत महत्वपूर्ण है सुविचार जरुर पढ़े 🚩🚩 ✨✨तलाक से मुक्ति पाने हेतु उपाय ✨✨ WhatsApp number 7000632297 वास्तु एवं ज्योतिषशास्त्र में जहां समस्याएं हैं तो साथ-साथ उनके शतप्रतिशत समाधान भी मौजूद हैं। प्रसिद्ध वास्तु गुरु श्री मनीष साईं जी ने दांपत्य जीवन को सुखी बनाने के लिए वास्तु एवं ज्योतिष में कई ऐसे उपाय निकाले हैं जिनके माध्यम से पति पत्नी के बीच मधुर संबंध स्थापित होते हैं यदि आप इस पीड़ा के कारण जीवन में तनाव ले रहे हैं तो आप गुरुजी के whatsapp नंबर पर संपर्क कर सकते है, कुछ महत्वपूर्ण उपाय आपको इस आर्टिकल्स के माध्यम से प्रेषित किए जा रहे हैं और यदि आपको बहुत समस्याएं हैं तो आप तत्काल गुरु जी से संपर्क करें....  दांपत्य कलह, से परेशान और तलाक से मुक्ति पाने का सबसे आसान और सरल समाधान है एकादश रुद्रावतार हनुमान जी। जैसे हनुमानजी ने भगवान राम और सीता माता का मिलन करवाया। उर्मिला व सीता के सुहाग की रक्षा हेतु उन्होंने अपने प्राणों तक के बारे में भी विचार नहीं किया। हनुमान जी ने राम जी की पत्नी सीता हेतु समुद्र तक लांघ लिया जैस

मकान ,फैक्ट्री या कमर्शियल कांप्लेक्स बनाने के पहले सुख समृद्धि के लिए नींव में रखें निम्न वस्तुएं : मनीष साईं

🚩🚩मकान ,फैक्ट्री या कमर्शियल कांप्लेक्स बनाने के पहले सुख समृद्धि के लिए नींव में रखें निम्न वस्तुएं : मनीष साईं 🚩🚩 जब भी नया मकान बनवाए या कमर्शियल complex अथवा फैक्ट्री का निर्माण करें नीव में निम्न वस्तुएं रखने से सुख समृद्धि बढ़ती है जीवन में चमत्कारिक लाभ होता है घर में रहने वालों को कभी किसी दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता है भूमि पुण्य पल्लवित होती है तथा किसी भी तरह की अला बला भूमि मैं हो तो वह खत्म हो जाती है। 1- तांबे की लुटिया ढक्कन सहित। 2- सात तरह के स्टोन से बना दिशा संतुलन ग्रिड। 3- चांदी का एक छोटा सा पतरा। 4- पूजा वाली 5 सुपारी। 6- हल्दी की 7 साबुत और साफ गांठ। इन सब वस्तुओं को तांबे की लुटिया में गंगाजल भरकर डाल दें, इसके बाद ढक्कन अच्छी तरह से बंद कर दे ।अब यह लुटिया मुख्य द्वार के पश्चिम की ओर दबा दें, अगर संभव हो तो किसी योग्य वास्तु विशेषज्ञ या विद्वान पंडित या साईं अन्नपूर्णा सोशल फाउंडेशन के नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं, ताकि कोई त्रुटि ना रह जाए ऐसा करने से धन लाभ के अलावा जीवन रक्षा एवं सुख समृद्धि आती है। भूमि पुण्यभूमि के रूप में जीवन भर ल

केतु के प्रकोप से बचाव के अचूक उपाय :मनीष साईं

🔶🔶विश्व प्रसिद्ध ज्योतिष एवं वास्तु गुरु से जानिए- 🚩🚩केतु के प्रकोप से बचाव के अचूक उपाय :मनीष साईं🚩🚩 शनि ग्रह की भांति ही केतु भी क्रूर ग्रह है। छाया ग्रह होने के बावजूद भी यह बहुत शक्तिशाली है। ग्रहों के अधिपति सूर्य तथा पूर्णचंद्र को भी यह अपना ग्रास बना लेता है। यह प्रत्यक्ष प्रभाव देने वाले दुख एवं शोक के प्रतीक महाभयानक एवं मारक ग्रह है। इसके प्रकोप से जैसे मनुष्य पर विपत्तियों का पहाड़ टूट पड़ता है। इस क्रूर ग्रह की शांति और इनसे मुक्ति के लिए मेरा यह आर्टिकल आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित होगा। यह चन्द्रमा के पथ का द्योतक है। भारतीय ज्योतिष के अनुसार इसे नवग्रह में से एक छायाग्रह माना जाता है। व्यक्ति के जीवन-क्षेत्र को यह प्रभावित करता है। केतु का मंडल ध्वजाकार माना गया है। केतु की आकृति सिर रहित है। यानी केतु गर्दन से नीचे के भाग का अधिकारी है। केतु ग्रह भी राहु ग्रह की भांति सौर मंडल में विचरने वाला कोई आकाशीय पिंड नहीं है। भारतीय ज्योतिष में इसे नवग्रह में स्थान दिया गया है। राहु की तरह ही यह भी एक छाया ग्रह ही है। यह तमोगुण स्वभाव वाला मलीन रूप वाला या आचारहीन अ