कई कुंडली में दु:ख योग तो नहीं, जाने उपाय- मनीष साईं
जीवन दुख से भरा है, कई कुंडली में दु:ख योग तो नहीं, जाने उपाय- मनीष साईं गीता के अनुसार व्यक्ति दुख भाव में रहे, तो यह योग की स्थिति है। ऐसे व्यक्ति के लिए "दुख प्रज्ञ"का इस्तेमाल किया जा सकता है। मेरा मानना है कि जीवन दुख है, दुख का कारण है, दुख दूर होने की संभावना है। दुख दूर करने का उपाय सेवा और अध्यात्म का मार्ग है। यदि आप दुख महसूस कर रहे हैं तो हो सकता है कि आपके लाख अच्छे प्रयास के बावजूद आप सुख हासिल करने में सफलता प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं।उसकी वजह ग्रहों का असंतुलन भी हो सकता है मैंने ऐसे लोग देखें जिन्होंने पूरा समय समाज और दीन दुखियों की मदद में लगा दिया लेकिन उसके बावजूद उनके जीवन में हमेशा दुख रहा है।ऐसे लोगों पर रिसर्च करने पर मालूम पड़ा कि उनका प्रारब्ध और कुंडली में जो दु:ख योग बना है उसके कारण वह जीवन में सुख हासिल नहीं कर पाए कुछ ऐसे छोटे उपाय हैं, जिनके माध्यम से हम दु:ख योग जो कुंडली में बना है उसे खत्म कर सकते हैं वैसे तो दुख का स्मरण करने वाला दुखी रहता है और सुख का स्मरण करने वाला सुखी रहता है। यह क्रांतिकारी बात है आपको यह समझना पड़ेगा सबसे प