बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लगता, जानिए किस स्थान पर बैठ कर पढ़ाई करें -मनीष साईं
बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लगता, जानिए किस स्थान पर बैठ कर पढ़ाई करें -मनीष साईं सभी माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा पढ़ लिखकर लायक बने अच्छे नंबर आए पता प्रतिस्पर्धा के इस युग में प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होकर अपने करियर और जीवन को उन्नत बना सके लेकिन छोटी-छोटी गलतियों के कारण वास्तु के अनुसार पढ़ाई ना करने के कारण मेहनत करने के बावजूद परिणाम नकारात्मक आते हैं । रेमेडियल वास्तुशास्त्र के मुताबिक, यदि अध्ययन कक्ष सही दिशा में न हो, तो इससे बच्चे की पढ़ाई भी प्रभावित होती है। वह जितनी चाहे मेहनत कर ले, लेकिन वास्तुदोष के कारण उसे मेहनत के अनुरूप परिणाम नहीं मिल पाता। इसलिए बच्चे के पढ़ने के लिए अध्ययन कक्ष में दिशा का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। वास्तु नियमों के अनुसार, बच्चों के पढ़ने का कमरा यानी अध्ययन कक्ष उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में इस प्रकार होना चाहिए कि पढ़ाई करते समय चेहरा पूर्व या उत्तर दिशा की ओर रहे। पढ़ाई हेतु कमरे में पुस्तकों की रैक या अलमारी पूर्व या उत्तर दिशा में होनी चाहिए और वह हमेशा बंद होना चाहिए खुली नहीं होना चाहिए। अगर जगह की कमी के