पिता व पुत्र में विवाद है तो इन उपायों से बनेगा बेहतर रिश्ता- मनीष साईं
पिता व पुत्र में विवाद है तो इन उपायों से बनेगा बेहतर रिश्ता- मनीष साईं घर में यदि कलह हो तो जीवन नर्क के समान हो जाता है। घर का मुखिया पिता होता है परिवार में पिता की एक अहम भूमिका होती है। पारिवारिक जीवन में संतुष्टि के लिए पिता और संतान के बीच अच्छे संबंध बेहद जरूरी हैं। पुरानी कहावत है, अगर आप अपने पारिवारिक जीवन से संतुष्ट हैं, आपका परिवार आपसे स्नेह रखता है तो आप दुनिया की बड़ी से बड़ी समस्या, परेशानी से निपट सकते हैं। लेकिन पिता और संतान का न बनना भी कुंडली में दोष एवं वास्तु दोष को जन्म देता है। ◼किन वास्तु दोषों के कारण पिता और पुत्र में कलह होती है जाने, साथ ही उपाय भी- जिस घर में पिता-पुत्र की ना बनती हो तो जाहिर तौर पर यह बात उन दोनों को ही खलती है। कई बार कभी विचारों में भिन्नता तो कभी जनरेशन गैप की वजह से वो एक दूसरे के साथ सही तालमेल नहीं बैठा पाते।वजह चाहे कोई भी हो, रेमेडियल वास्तुशास्त्र के अंतर्गत यह माना जाता है कि पिता-पुत्र के बीच तनाव की वजह है घर के उत्तर-पूर्वी कोने का दूषित होना। अगर आपके घर का यह कोना दूषित है, यहां गंदगी रहती है तो यह पिता-पुत्र के