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Showing posts from April 13, 2018

मृत्युकारक कष्ट देता है राहु,शत्रु और रोग बढ़ाता है राहु, बचाव के अचूक उपाय जाने -मनीष साईं

🚩 मृत्युकारक कष्ट देता है राहु,शत्रु और रोग बढ़ाता है राहु, बचाव के अचूक उपाय जाने -मनीष साईं🚩  राहु का आघात, प्रहार और कुप्रभाव अचूक व् महाभयानक होता है। इसे ज्योतिष शास्त्र में अत्यंत शक्तिशाली ग्रह माना जाता है। जब राहु अनिष्ट फल देता है तो मनुष्य शत्रुता, दु:ख, चिंता,क्लेश, दुर्भाग्य, अन्याय और संकट के फेर में पड़ जाता है। और जब वह शुभ फल देता है तो व्यक्ति को सुखी, समृद्ध एवं शक्तिशाली बना देता है। व्यक्ति के जीवन में यदि ग्रह अनुकूल है तो जातक के सभी कार्य समय पर पूर्ण होते चले जाते हैं अन्यथा बने-बनाए कार्य भी बिगड़ जाते हैं। समय अच्छा है तो सब का आशीर्वाद मिलता है अगर यदि समय बुरा हो तो अपने भी साथ छोड़ देते हैं। आज मैं आपसे राहु के अनिष्टकारी प्रभाव से बचने के लिए यह महत्वपूर्ण आलेख आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूं आप सभी को भी पता है कि राहु जिसे केवल एक छाया ग्रह माना जाता है शनि के बाद सबसे अधिक गंभीर परिणाम देने वाला ग्रह माना जाता है वैसे तो पराया सभी ग्रह ही अपना शुभ अशुभ प्रभाव देते रहते हैं परंतु जो ग्रह सूर्य जैसे विशाल अग्नि के गोले तथा चंद्र जैसे शीतलता को भी अप

गुरु कमजोर है तो जीवन में हमेशा असफलता मिलती है - मनीष साईं🚩🚩

♦ज्योतिष के अनुसार गुरु के फायदे एवं नुकसान♦  🚩🚩यदि कुंडली में आपका गुरु कमजोर है तो जीवन में हमेशा असफलता मिलती है - मनीष साईं🚩🚩 20 वर्षों के आध्यात्मिक जीवन में लाखों लोगों के जीवन को टटोलने के बाद  यह देखा है कि  कुंडली में यदि  गुरु ग्रह कमजोर है  तो व्यक्ति का जीवन  बर्बाद हो जाता है  उसके जीवन में  उसके करियर में  स्टेबिलिटी बिल्कुल नहीं रहती है  क्योंकि गुरु ज्योतिष के नव ग्रहों में सबसे अधिक शुभ ग्रह माने जाते हैं। जीवन में हर क्षेत्र में सफलता के पीछे गुरु ग्रह की स्थिति बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। कुंडली में अगर गुरु मजबूत हो तो सफलता का कदम चूमना बिल्कुल तय है। सफलता के पीछे सकारात्मक उर्जा का होना अहम होता है और यही काम गुरु करते हैं।गुरु जीवन के अधिकतर क्षेत्रों में सकारात्मक उर्जा प्रदान करने में सहायक होते हैं।अपने सकारात्मक रुख के चलते व्यक्ति कठिन से कठिन समय को आसानी से सुलझा लेता है. गुरु आशावादी बनाते हैं और निराशा को जीवन में प्रवेश नहीं करने देते। इसके फलस्लरूप सफलता खुद ब खुद कदम चूमने लगती है। और जब सफलता मिलती रहती है तब जिंदगी में खुशहाली भी आ जात

इस उपाय से बढ़ेगा पति पत्नी के बीच प्रेम, कटुता होगी खत्म

🔸आध्यात्मिक गुरु श्री मनीष साई जी के अनुसार🔸 🚩🚩इस उपाय से बढ़ेगा पति पत्नी के बीच प्रेम, कटुता होगी खत्म🚩🚩 कई बार पति पत्नी के बीच किसी भी बात को लेकर विवाद उत्पन्न हो जाता है । यह विवाद कभी-कभी कलह का रूप ले लेता है। इस कारण परिवार में अशांति का वातावरण बनने लगता है। घर की सुख शांति कम होती जाती है और उनके बीच प्यार समाप्त होने लगता है । इससे दांपत्य सुख सीधे तौर पर प्रभावित होता है। दांपत्य सुख का आनंद तभी मिल सकता है जब पति पत्नी के बीच मधुर एवं प्रेम पूर्वक संबंध हो। यहां पर कुछ ऐसे उपायों की चर्चा मैं करने जा रहा हूं, जिनके माध्यम से पति-पत्नी के मध्य कटुता कम होकर प्रेम का संचार हो सकेगा । प्रत्येक महिला को इन उपायों को आस्था और विश्वास के साथ अवश्य करना चाहिए। प्रतिदिन साईं अन्नपूर्णा सोशल फाउंडेशन को रिलेशन से संबंधित सैकड़ों ईमेल एवं मैसेजेस मिलते हैं WhatsApp पर भी रिलेशन लाइफ के डिस्टरबेंस को लेकर तरह तरह के प्रश्न सामने आते हैं। यह उपाय आपके लिए लाभकारी साबित हो सकते हैं आइए जानते हैं आपको क्या करना है- 🔸यदि पति अपनी पत्नी को अधिक समय नहीं दे पाता है अथवा कोई अ

घर में दवाइयां बिखरी होने से रोगी को जल्द लाभ नहीं होता है ।

♦♦विश्व प्रसिद्ध वास्तु एवं आध्यात्मिक गुरु श्री मनीष साईं जी के अनुसार♦♦ 🚩🚩घर में दवाइयां बिखरी होने से रोगी को जल्द लाभ नहीं होता है ।🚩🚩 मकान में और घर में बहुत अंतर होता है।  घर इंसानो से बनता है। मकान ईंट पत्थरों से बनता है।  जो घर इंसानों से बनता है, उसे इंसान ही सही ढंग से रख सकते हैं। कितनी बहुमूल्य चीज क्यों ना हो यदि उसकी सफाई नहीं होगी  तो वह भी बुरी लगने लगेगी। लोग धन खर्च कर मकान तो बहुत अच्छा बना लेते हैं लेकिन उसे घर में तब्दील नहीं कर पाते और फिर दुखी रहते हैं। घर में बहुत सारा सामान ऐसा होता है, जो देखने में तो तुच्छ लगता है लेकिन उसका हमारे आस-पास और जीवन से गहरा संबंध होता है। घर की बड़ी-बड़ी चीजें जो हमें नकारात्मकता का अहसास करवाती हैं, उन्हें तो हम घर से बाहर कर देते हैं लेकिन छोटी-छोटी चीजें तो ध्यान में ही नहीं आती। वो चीजें जमकर अपना कहर बरसाती है और व्यक्ति उनके वार से बेखबर होता है। दवाइयां जो लगभग हर घर में रखी होती है। कुछ लोग तो इनके अभाव में जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। उन्हें बिखेरकर न रखें। इससे घर में नकारात्मकता का माहौल बनना आरंभ हो जाता

इन उपायों से होगा आपका जल्द विवाह, शादी से सम्बन्धित बाधाएँ दूर हो जाएँगी

🔸आध्यात्मिक गुरु श्री मनीष साईं जी के अनुसार🔸 🚩🚩इन उपायों से होगा आपका जल्द विवाह, शादी से सम्बन्धित बाधाएँ दूर हो जाएँगी🚩🚩 साईं अन्नपूर्णा सोशल फाउंडेशन पर ऐसे  हजारों लोग संपर्क करते हैं।  जिनका प्रश्न होता है कि बेटे की शादी नहीं हो रही है? पुत्री के लिए कोई अच्छा लड़का नहीं मिल रहा है क्या करें? कई बार  परिणय सूत्र में बंधने के लिए हमें बाधाओं का सामना करना पड़ता है, अंतिम वक्त पर बनते-बनते बात बिगड़ जाती है। तो कई बार हमारे पास रिश्ते हीं नहीं आते है। कई घरों में लड़के एवं लड़कियों की उम्र 30 पार कर गई होती है और माता-पिता बहुत तनाव में रहते हैं। देश में कई ऐसी जातियां हैं या धार्मिक परंपराएं हैं, जिनके अनुसार 20 वर्ष की उम्र लड़के-लड़कियां पार करते हैं और माता-पिता को शादी का तनाव होने लगता है। ज्योतिष शास्त्रों में और हमारे धर्म ग्रंथों में कुछ ऐसे उपाय जिन्हें आजमाने से आपकी शादी से सम्बन्धित बाधाएँ दूर हो जाएँगी। आपकी शादी जल्दी हो जाएगी। तो आइए इस धार्मिक लेख के माध्यम से हम जानते हैं कि आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं। 🔶🔶शीघ्र विवाह के ज्योतिष शास्त्र तंत्र शा

रात्रि के समय इन चीजों से परहेज करने से जीवन स्वस्थ होता हैं- मनीष साईं

♦आध्यात्मिक गुरु श्री मनीष साईं जी के अनुसार♦ 🚩🚩रात्रि के समय इन चीजों से परहेज करने से जीवन स्वस्थ होता हैं- मनीष साईं🚩🚩 आज इस आधुनिक युग में कुछ बातें प्रासंगिक नहीं लगती  लेकिन  जो उन्हें  अपनाते हैं  वह जानते हैं कि  हमारे शास्त्रों में  जो कुछ कहा गया है वह तर्क सम्मत है। हर बात का वैज्ञानिक प्रमाण है। समय गतिशील है वह जैसे-जैसे व्यतीत होता है वैसे-वैसे उसमें परिवर्तन होता चला जाता है। प्राचीनकाल से लेकर अब तक जीवन शैली में तो बदलाव आया लेकिन खाना-पीना तो पूरी तरह से बदल गया है। भोजन जीवन की मूलभूत अवश्यकता है। शास्त्र कहते हैं जीवन के लिए भोजन अवश्यक है न कि भोजन के लिए जीवन। स्वाद के वशीभूत हो हम कभी-कभी अनावश्यक हानिकारक वस्तुएं खा लेते हैं जो हमारे स्वस्थ्य को तो प्रभावित करती ही हैं साथ ही ऐसा करना भोजन का अनादर करना है। भोजन को प्रसाद की भांति खाना चाहिए। अधिक खाना और न खाना दोनों स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। आयुर्वेद और आध्यात्मिक ग्रंथों में स्वस्थ और सुखी जीवन जीने का उपदेश दिया गया है। शास्त्रों में बताया गया है कि रात को भोजन में कैसी चीजों से परहेज रखना

जाने जूते- चप्पल कहां पहनकर जाना है, और कहां नहीं, नहीं तो हो जाएंगे आप गरीब :मनीष साई

जाने जूते- चप्पल कहां पहनकर जाना है, और कहां नहीं, नहीं तो हो जाएंगे आप गरीब :मनीष साई 2002 में अमृतसर में  जब मैं वास्तु पर सेमिनार कर रहा था तो मैंने देखा कि  एक पंजाबी परिवार किसी आत्मा के प्रकोप से पीड़ित है। उस घर में ऐसी घटनाएं घटित होती है  जो कि  सुनकर हैरान कर देती है।  बाद में  मेरे द्वारा इस पर  कई दिनों तक रिसर्च की गई घटनाओं का क्या कारण था तो पता चला कि एक बुरी आत्मा का प्रवेश घर में हो गया वाकिया यह था कि इस परिवार का एक सदस्य किसी की अंतेष्टि में शामिल हुआ और शमशान से घर आया। जो जूते उसने शमशान में पहने थे, वही पहन कर बेडरूम में चला गया। नकारात्मक उर्जा उसके बेडरूम तक पहुंच गई और उसकी इस गलती ने पूरे परिवार को कष्ट में डाल दिया। बाद में मैंने शास्त्रों का अध्ययन किया तो कई बातें सामने आई भारतीय शास्त्रों में कुछ ऐसे स्थानों के बारे में बताया गया है, जहां जूते-चप्प्ल पहनकर जाना निषिद्ध है। यदि उन स्थानों पर नंगे पांव न जाया जाए तो उस जगह का निरादार तो होता है साथ ही व्यक्ति अनजाने में पाप का भी भागी बनता है। घर में भी कुछ ऐसे स्थान हैं। वहां अगर जूते-चप्प्ल उतार कर न

मंत्र-यंत्र और रत्न से भी होता है रक्तचाप जैसी बीमारी पर नियंत्रण- मनीष साईं

🔶🔶विश्व प्रसिद्ध वास्तु एवं ज्योतिष गुरु श्री मनीष साईं जी के अनुसार🔶🔶 🚩🚩मंत्र-यंत्र और रत्न से भी होता है रक्तचाप जैसी बीमारी पर नियंत्रण- मनीष साईं🚩🚩 हमारी संस्कृति में मंत्र-यंत्र और रत्न तीनो का बहुत महत्त्व रहा है। इतना अधिक कि कभी-कभी इनकी शक्ति पर विश्वास कर पाना कठिन हो जाता है। प्राचीनकाल में हमारे ऋषि मुनि और साधक विभिन्न मंत्र विभिन्न यंत्र और बीमारियों के अनुसार रत्नों के माध्यम से उपाय कर इच्छित फल को प्राप्त करते थे। मंत्र साधना में अनेक ऐसे मंत्र थे जिनके द्वारा व्यक्ति के रोग को दूर कर उसे स्वस्थ कर दिया जाता था। अनेक प्रकार के ऐसे यंत्र भी हमारे ऋषि मुनियो ने बनाए हैं जिनके माध्यम से बड़े से बड़े काम तथा बीमारियों से मुक्ति मिलती थी। मेडिकल एस्ट्रोलॉजी में रत्नों के माध्यम से ग्रहों के अनुसार रत्न पहन कर शरीर के सात चक्रों को नियंत्रित कर बीमारियों को ठीक किया जाता था। गुरुदेव श्री मनीष साईं जी के अनुसार यहां पर ऐसे मंत्र- यंत्र और रत्न का उल्लेख किया जा रहा है कि जिससे हम रक्तचाप रोक पर नियंत्रण प्राप्त कर सकते हैं। 🔶🔶ज्योतिष से रक्तचाप पर नियंत्रण औ

सुखद और गहरी नींद के लिए वास्तु के यह उपाय अपनाए: मनीष साईं

🚩🚩सुखद और गहरी नींद के लिए वास्तु के यह उपाय अपनाए: मनीष साईं 🚩🚩 कहते हैं कि जो व्यक्ति बिस्तर पर जाएं और आधे से एक घंटे तक नींद के लिए बेचैन रहे वह दुनिया का सबसे दुखी इंसान और जो व्यक्ति  बिस्तर पर जाएं और पांच से दस मिनट में सो जाए वह दुनिया का सबसे सुखी इंसान है। सुखद और गहरी नींद एक ऐसा एहसास है, जिसे पाने के लिए अमीर से लेकर गरीब तक रहता है बेताब। क्या आप जानते हैं सोने का गलत तरीका और आपके बेड की दिशा कर सकती है, आपको लक्ष्मी और सरस्वती की कृपा से दूर। वास्तुशास्त्रियों के अनुसार सोते समय कुछ नियमों का पालन अवश्य करना चाहिए। इससे अनचाही परेशानियों और बीमारियों के बचा जा सकता है, साथ- साथ भविष्य को हानि से भी बचाया जा सकता है। किताबों को सिर के नीचे रखने से अथवा मुंह पर रखकर सोने से विद्या की देवी सरस्वती का अपमान होता है। रेमेडियल वास्तु के अनुसार किताबों को उचित स्थान पर रखने के बाद नींद के आगोश में जाएं अन्यथा इसके अशुभ प्रभाव से आपके धन और सेहत पर भी असर पड़ेगा। 🔶प्रवेश द्वार की ओर पैर करके सोना नहीं चाहिए, लक्ष्मी का अपमान होता है। ऐसे घरों में पैसा टिकता नहीं है।

कर्ज से मुक्ति हेतु तंत्र शास्त्र का यह महत्वपूर्ण उपाय करें- मनीष साईं

♦आध्यात्मिक गुरु श्री मनीष साईं जी के अनुसार♦ 🚩🚩कर्ज से मुक्ति हेतु तंत्र शास्त्र का यह महत्वपूर्ण उपाय करें- मनीष साईं🚩🚩 हजारों लाखों SMS से लोग यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि कर्ज से मुक्ति हेतु क्या उपाय है। 100 में से 35 लोग कर्ज के बोझ से दबे हुए हैं और नहीं चुकाने के कारण हैरान परेशान है। आज मैं कई लोगों पर अपनाया हुआ एक महत्वपूर्ण तंत्र शास्त्र का एक वैदिक उपाय आपको बता रहा हूं जिससे कर्ज से मुक्ति मिलेगी। यदि आप अधिक कर्जदार हैं और कर्ज उतरने का नाम नहीं ले रहा है तो आपके लिए यह उपाय अत्यंत लाभदायक है। किसी भी शुक्ल पक्ष की प्रथमा तिथि से आप यह उपाय कर सकते हैं। स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण कर पूर्व की और मुख कर बैठ जाए ।एक हत्था जोड़ी लेकर नीले धागे से 110 बार लपेटे लपेटते समय ईश्वर से अपनी ऋण मुक्ति की प्रार्थना करें। जब 110 चक्र पूरे हो जाए तो श्री गणेश जी का स्मरण कर 28 बार "ॐ गं गंपत्तये ऋणहर्ताये नमः" का जाप करें। मंत्र जाप के बाद हल्दी से रंगे पीले चावल अर्पित करते हुए पून: इस मंत्र का 35 बार जाप करें। जाप के बाद किसी लाल अथवा गुलाबी वस्त्र पर हत्था ज

व्यापार में घाटा, जीवन में असफलता, लगातार कर्ज के बढ़ने का कारण, कहीं ऐसा तो नहीं, शनि आपका दे रहा है अनिष्टकारी प्रभाव: मनीष साईं

व्यापार में घाटा, जीवन में असफलता, लगातार कर्ज के बढ़ने का कारण, कहीं ऐसा तो नहीं, शनि आपका दे रहा है अनिष्टकारी प्रभाव: मनीष साईं संपर्क-09617950498 whatsapp नंबर 07000632297 🔶शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभावों को खत्म करने के लिए इस लेख में है महत्पूर्ण उपाय..... ज्योतिष शास्त्र की बात आती है तो  सबसे पहले जातक ज्योतिषी से पूछता है कि पंडित जी बताइए  कुंडली में मंगल एवं शनि की क्या स्थिति है। यह बात देखने में आती है कि शनि ऐसा ग्रह है, जिसके प्रति सभी को डर सदैव बना रहता है। आप जानना चाहते हैं कि कुंडली में शनि किस भाव में है, इससे आपके पूरे जीवन की दिशा, सुख, दुख आदि सभी बात निर्धारित हो जाती है।शनि ग्रह को कष्टप्रदाता तथा नुकसानदायक ग्रह के रूप में अधिक जाना जाता है। ज्योतिष में शनि को  अशुभ ग्रह माना गया है। शनि कुंडली के 6, 8, 12 भावों का कारक है। अगर व्यक्ति धार्मिक हो, उसके कर्म अच्छे हों वह जीवन को सेवा का मार्ग मानता है तो शनि से उसे अनिष्ट फल कभी नहीं देगा। शनि से बुरे,लालची, पापी एवं अनिष्टकारी को ही दंड देता हैं। प्रमुख ग्रंथ मत्स्य पुराण के अनुसार शनि की कांति

बुरे प्रभाव से बचना है तो घर में इन बातों का हमेशा रखें ध्यान- मनीष साईं

🚩🚩 बुरे प्रभाव से बचना है तो घर में इन बातों का हमेशा रखें ध्यान- मनीष साईं 🚩🚩  घर बनाने का सपना हर व्यक्ति का होता है वह बड़ी मुश्किल से इधर उधर से धन जुटाकर घर बनाता है। अपने सुख-दुख, खुशी और परेशानियों का साथी बना यह घर किसी के लिए बुरा नहीं हो सकता। पर फिर भी कभी-कभी घरों में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो जाता है। जिसके फलस्वरूप कभी कलह तो कभी बीमारियां और कभी तरक्की में बाधाएं पैदा होने लगती हैं। आपने घर बना लिया और तमाम कोशिशों के बाद भी यदि घर से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम नहीं हो रहा है तो वास्तु में बताएं कुछ नियमों का पालन करें। यदि घर को बनाते समय वास्तु के इन नियमों को ध्यान में रखा जाए तो बुराईयां कभी भी हमारे आपके जीवन में प्रवेश नहीं करेंगी। यह नियम बने हुए घर में भी और बनने वाले घर दोनों में लागू होते हैं। यह अच्छा है कि घर बनाने से पूर्व इन बातों का आपको ध्यान रहे। 🔶 घर का मुख्य द्वार किसी एक दिशा में होना चाहिए। 🔶घर के सामने और पीछे आंगन हो जिसके बीच में तुलसी का एक पौधा लगा हो। 🔶घर के सामने या निकट तिराहा-चौराह नहीं होना चाहिए। यदि है तो एक कॉन्वेक्स

रोजगार और धन के आगमन में कमी का कारण आप जिस कुर्सी पर बैठे हैं वह भी हो सकती है।

✨✨आध्यात्मिक गुरु श्री मनीष साईं जी के अनुसार✨✨ 🚩🚩रोजगार और धन के आगमन में  कमी का कारण आप जिस कुर्सी पर बैठे हैं वह भी हो सकती है।🚩🚩 भारतीय वास्तु, रेमेडियल वास्तु और ज्योतिष शास्त्रों में रंगों, दिशाओं, धातुओं और वस्तुओं का बड़ा महत्व है। सभी वस्तुओं पर किसी न किसी ग्रह का अधिपत्य होता है। इसी तरह से हर दिशा, अलग-अलग ग्रह के अधीन होती है। भारतीय वास्तुशास्त्र के वास्तु पुरूष सिद्धांत के अनुसार व्यक्ति का कार्य क्षेत्र उसका आफिस तथा वो जहां बैठकर अपना रोजगार कमाता है दक्षिण दिशा को संबंधित करते हैं। इन स्थानों पर मूलत: मंगल का निवास होता है। इस स्थान पर आने वाली बाधाएं व्यक्ति को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से धन के क्षेत्र को प्रभावित करती हैं। कुछ इस तरह की कुर्सी पर बैठकर कारोबार करने से या आफिस में बैठने से व्यक्ति का समय खराब हो सकता है तथा चलते काम में बाधाएं आ सकती हैं। आध्यात्मिक गुरु श्री मनीष साईं जी के अनुसार कुछ कुर्सियों पर न बैठें अन्यथा विभिन्न तरह की समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। 🔸लोहे की कुर्सी पर बैठने से व्यक्ति का कारोबार मंदा पड़ता है। 🔷 ऐल्युमिनिय

यश प्रसिद्धि के साथ व्यापार करियर में उन्नति के लिए अपनाएं रेमेडियल वास्तु के यह महत्वपूर्ण टिप्स: मनीष साईं

🚩🚩यश प्रसिद्धि के साथ व्यापार करियर में उन्नति के लिए अपनाएं रेमेडियल वास्तु के यह महत्वपूर्ण टिप्स: मनीष साईं🚩🚩 इस आधुनिक युग में सबसे ज्यादा तनाव व्यक्ति को अपने  पद-प्रतिष्ठा को बनाए रखने का है।कई बार व्यक्ति अधिक मेहनत करता है लेकिन उसे उन्नति नहीं मिलती करियर में उसका प्रमोशन नहीं होता तो व्यापार में सफलता नहीं मिलती। इसके पीछे कुंडली दोष, वास्तु दोष भी हो सकते हैं। जो व्यक्ति की उन्नति तथा प्रमोशन में बाधक बनते हैं। प्रतिदिन कुछ सरल उपाय करने से यश और प्रसिद्धि  को बढ़ाया जा सकता है  तथा प्रमोशन, व्यापार संबंधी अौर कुंडली दोेषों को दूर किया जा सकता है। रेमेडियल वास्तु के सरल उपायों के कारण इसका चलन अन्य देशों सहित भारत में भी बढ़ता जा रहा है। रेमेडियल वास्तु एक ऐसी विद्या है जोकि वास्तु के साथ-साथ ज्योतिष, तंत्र मंत्र एवं पास्ट लाइफ रीडिंग तथा  जल व वायु पर आधारित है। रेमेडियल वास्तु के उपाय अपनाने से न सिर्फ व्यापार में सफलता मिलती है बल्कि प्रसिद्धि अौर मान-सम्मान में भी बढ़ौत्तरी होती है। इसके साथ ही घर में साकारात्मक ऊर्जा का भी प्रवाह होता है। 🔶सात प्रकार का अनाज ज

कंगाली से बचने के लिए गृहणियां रखें इन बातों का ध्यान :मनीष साईं

कंगाली से बचने के लिए गृहणियां रखें इन बातों का ध्यान :मनीष साईं जीवन में  भोजन  का बहुत महत्व है  क्योंकि हमारा शरीर  जो भोजन से ऊर्जा प्राप्त करता है।  वही ऊर्जा हमारे जीवन में हमारे सुख दुख का कारण होती है।  यदि भोजन  साफ-सुथरे तरीके से बनता है,  स्वच्छता के साथ अच्छे मन से बनता है तो वह सकारात्मक प्रभाव डालता है।  यदि वह  क्रोध एवं आलस्य के साथ बनता है, तो वह नकारात्मक प्रभाव डालता है लेकिन भोजन के साथ-साथ  घर में जो रसोई होती है यानी किचन होता है उसके भी कुछ नियम है। प्राचीनकाल में महिलाएं रसोई के सभी काम स्वयं करती थीं लेकिन आज के आधुनिक युग में नौकरानी पर निर्भर रहती हैं। जो सही नहीं है, महिलाएं घर की गृहलक्ष्मी होती हैं। वो रसोई में खाना बनाते समय उसमें प्यार और अपनापन मिलाती हैं, जिससे परिवार के सदस्य पुष्ट होते हैं। अपनी सहायता के लिए आप नौकर तो रखें लेकिन अपनी पैनी नजर उन पर टिकाए रखें। उन पर अपना घर-परिवार सौंप कर निश्चिंत न हो जाएं। रसोई घर का ऐसा भाग है, जहां अन्नपूर्णा और महालक्ष्मी दोनों वास करती हैं। गृहस्थी का संचालन करने के लिए जितना भी अन्न और धन आता है, वह इन्ही

रोग नाशक देवी मंत्र

रोग नाशक देवी मंत्र  रोग नाशक मंत्रों का जाप होगा बहुत लाभ -मनीष साईं ♦“ॐ उं उमा-देवीभ्यां नमः” इस मन्त्र से मस्तक-शूल तथा मज्जा-तन्तुओं की समस्त विकृतियाँ दूर होती है – ‘पागल-पन’ तथा ‘हिस्टीरिया’ पर भी इसका प्रभाव पड़ता है । यह मंत्र सहस्त्रार चक्र और आज्ञा चक्र पर सीधा असर करता है। ♦“ॐ यं यम-घण्टाभ्यां नमः” इस मन्त्र से ‘नासिका’ के विकार दूर होते हैं । यह मंत्र अनाहत चक्र, हृदय चक्र और मणिपुर चक्र पर सीधा असर करता है। ♦“ॐ शां शांखिनीभ्यां नमः” इस मन्त्र से आँखों के विकार  दूर होते हैं । सूर्योदय से पूर्व इस मन्त्र से अभिमन्त्रित रक्त-पुष्प से आँख झाड़ने से ‘फूला’ आदि विकार नष्ट होते हैं । यह आज्ञा चक्र पर सीधा असर करता है जिसे आत्मा का स्थान कहते हैं। ♦“ॐ द्वां द्वार-वासिनीभ्यां नमः” इस मन्त्र से समस्त ‘कर्ण-विकार’ दूर होते हैं । आज्ञा चक्र पर या सीधा असर करता है मन मस्तिष्क के रोगों पर भी इसका प्रभाव होता है। ♦“ॐ चिं चित्र-घण्टाभ्यां नमः” इस मन्त्र से ‘कण्ठमाला’ तथा कण्ठ-गत विकार दूर होते हैं । यह अनाहत चक्र पर सीधा असर करता है। ♦“ॐ सं सर्व-मंगलाभ्यां नमः”

दुकान या शोरूम का वास्तु

महत्वपूर्ण वास्तु टिप्स दुकान या शोरूम मेहनत के बावजूद नहीं चल पा रहा है बिक्री घट गई है कर्ज बढ़ गया है तो यह महत्वपूर्ण उपाय करें -मनीष साईं 🔶 दुकान में दिशा अनुसार कैसे बैठा जाए जाने। 🔶 दुकान पर आई विपत्तियों को कैसे खत्म करें। 🔶 लक्ष्मी जी का आशीर्वाद प्राप्त करने का महत्वपूर्ण उपाय भी जाने। आज के प्रतिस्पर्धा के युग में धन कमाना आसान नहीं है।  धन कमाने के लिए व्यक्ति या तो अच्छी नौकरी की उम्मीद करता है, या वह अपना स्वयं का व्यापार शुरू करता है। दुकान या शोरूम खोलता है। जिससे व्यक्ति का जीवन चलता है।कई बार ऐसा होता है कि  वह पूरी मेहनत करता है।लेकिन व्यापार में उसे तरक्की नहीं मिल पाती या उसके साथ ऐसी घटनाएं घटित होने लगती है कि वह मानसिक तनाव से घिर जाता है।  क्योंकि दुकान उसकी शुरू में बहुत चलती है और धीरे-धीरे व्यापार कम हो जाता है। इसका कारण ग्रहों की प्रतिकूल दशा या उस दुकान का वास्तु  सम्मत नहीं होना या तंत्र मंत्र से प्रतिस्पर्धा के कारण या आपसी विवाद के कारण  दुकान को  बांध देना होता है।  जिसके कारण व्यापार में लगातार घाटा होता है। दुकान मालिक का कर्ज बढ़ते जाता