घर में दवाइयां बिखरी होने से रोगी को जल्द लाभ नहीं होता है ।
♦♦विश्व प्रसिद्ध वास्तु एवं आध्यात्मिक गुरु श्री मनीष साईं जी के अनुसार♦♦
🚩🚩घर में दवाइयां बिखरी होने से रोगी को जल्द लाभ नहीं होता है ।🚩🚩
मकान में और घर में बहुत अंतर होता है। घर इंसानो से बनता है। मकान ईंट पत्थरों से बनता है। जो घर इंसानों से बनता है, उसे इंसान ही सही ढंग से रख सकते हैं। कितनी बहुमूल्य चीज क्यों ना हो यदि उसकी सफाई नहीं होगी तो वह भी बुरी लगने लगेगी। लोग धन खर्च कर मकान तो बहुत अच्छा बना लेते हैं लेकिन उसे घर में तब्दील नहीं कर पाते और फिर दुखी रहते हैं। घर में बहुत सारा सामान ऐसा होता है, जो देखने में तो तुच्छ लगता है लेकिन उसका हमारे आस-पास और जीवन से गहरा संबंध होता है। घर की बड़ी-बड़ी चीजें जो हमें नकारात्मकता का अहसास करवाती हैं, उन्हें तो हम घर से बाहर कर देते हैं लेकिन छोटी-छोटी चीजें तो ध्यान में ही नहीं आती। वो चीजें जमकर अपना कहर बरसाती है और व्यक्ति उनके वार से बेखबर होता है। दवाइयां जो लगभग हर घर में रखी होती है। कुछ लोग तो इनके अभाव में जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। उन्हें बिखेरकर न रखें। इससे घर में नकारात्मकता का माहौल बनना आरंभ हो जाता है। दवाईयां रखने के लिए एक निश्चित स्थान रखें, उन्हें किसी डिब्बे में डाल कर रखें। यदि आपके घर में दवाइयां बिखरी हुई रखी है तो जिस रोग की दवाइयां हैं वह ठीक नहीं होगा जल्दी बल्कि वह बढ़ जाएगा। रसोई में मां अन्नपूर्णा का वास होता है, इस स्थान पर कभी भी दवाइयां न रखें। वैसे दवाई रखने का महत्वपूर्ण स्थान वास्तु के हिसाब से पूर्व दिशा की ओर है। प्राण चिकित्सा एवं साईं ऊर्जा थेरेपी के अनुसार जब भी आप दवाई लेते हैं तो पहले उसे हाथ में रखकर सकारात्मक ऊर्जा दें और यह कहे कि इस दवाई को लेने से मेरा रोग बिल्कुल ठीक हो गया है तो निश्चित तौर पर वह दवाई आपके लिए असरकारक साबित होगी किंतु इस बात को हमेशा ध्यान रखें इस जहां आप निवास करते हैं मतलब आपका जो बेड है उसके आस-पास बिल्कुल दवाई नहीं रखना चाहिए उससे रोग बढ़ता है, घटता नहीं है। जिस रूम में आप रह रहे हैं, उस रूम में पूर्व दिशा या उत्तर पूर्व की दिशा की ओर दवाई रखने से ईश्वरी चमत्कार प्राप्त होता है।दवाइयां असरकारक साबित होती है।
वैसे तो सरकार ने पॉलीथिन पर बैन लगा दिया है। फिर भी कुछ सामान ऐसे होते हैं जिनके साथ पॉलीथिन घर में आई जाती है। घर में जब सामान खरीद कर लाया जाता है तो पॉलीथीन की थैलियों में भरा होता है। कुछ लोगों की आदत होती है, जरूरत के सामान को निकालकर उपयोग कर लिया जाता है और पोली बैग को इधर-उधर फैंक दिया जाता है। मान्यता है की पॉलीथीन नकारात्मक उर्जा का कारक है, जिससे घर की सकारात्मकता नष्ट होती है। अत: इसे संभाल कर रखें और अवश्यकता पड़ने पर दोबारा प्रयोग में लाया जा सके।
मैं अपने कई आर्टिकल्स में जूते चप्पल कहां रखना है इस के बारे में आपको बता चुका हूं फिर भी पून: एक बार बता रहा हूं बाहर से जब घर आएं तो अपने फुटवियर निश्चित स्थान पर रखें। जो लोग इधर-उधर अपने जूते-चप्पल और मोजे फेंक देते हैं, वह जीवन में कभी प्रगति नहीं कर सकते। खराब हो चुके जूते-चप्पल घर में नहीं रखें। दरवाजे के आसपास यानी मुख्य द्वार के पास जूते चप्पल बिल्कुल ना रखें कुछ दूरी पर आप उन्हें ढक कर रख सकते हैं।
♦♦यदि आपको स्वास्थ संबंधी कोई परेशानी है तो आप साईं अन्नपूर्णा सोशल फाउंडेशन के नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं परम पूज्य गुरुदेव श्री मनीष साई जी से आध्यात्मिक नुस्खों के जरिए बीमारियों से कैसे बचा जाए इसके उपाय जान सकते हैं। वास्तु, ज्योतिष एवं तंत्र विज्ञान से संबंधित भी परामर्श आप प्राप्त कर सकते हैं।
♦♦हमारा पता है -
साईं अन्नपूर्णा सोशल फाउंडेशन
156, सहयोग विहार शाहपुरा थाने के पास भोपाल मध्य प्रदेश
Contect-9617950498, WhatsApp नंबर 7000632297
www.manishsai.org
🚩🚩 सबका भला हो सब सुख पाए🚩🚩
🚩🚩घर में दवाइयां बिखरी होने से रोगी को जल्द लाभ नहीं होता है ।🚩🚩
मकान में और घर में बहुत अंतर होता है। घर इंसानो से बनता है। मकान ईंट पत्थरों से बनता है। जो घर इंसानों से बनता है, उसे इंसान ही सही ढंग से रख सकते हैं। कितनी बहुमूल्य चीज क्यों ना हो यदि उसकी सफाई नहीं होगी तो वह भी बुरी लगने लगेगी। लोग धन खर्च कर मकान तो बहुत अच्छा बना लेते हैं लेकिन उसे घर में तब्दील नहीं कर पाते और फिर दुखी रहते हैं। घर में बहुत सारा सामान ऐसा होता है, जो देखने में तो तुच्छ लगता है लेकिन उसका हमारे आस-पास और जीवन से गहरा संबंध होता है। घर की बड़ी-बड़ी चीजें जो हमें नकारात्मकता का अहसास करवाती हैं, उन्हें तो हम घर से बाहर कर देते हैं लेकिन छोटी-छोटी चीजें तो ध्यान में ही नहीं आती। वो चीजें जमकर अपना कहर बरसाती है और व्यक्ति उनके वार से बेखबर होता है। दवाइयां जो लगभग हर घर में रखी होती है। कुछ लोग तो इनके अभाव में जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। उन्हें बिखेरकर न रखें। इससे घर में नकारात्मकता का माहौल बनना आरंभ हो जाता है। दवाईयां रखने के लिए एक निश्चित स्थान रखें, उन्हें किसी डिब्बे में डाल कर रखें। यदि आपके घर में दवाइयां बिखरी हुई रखी है तो जिस रोग की दवाइयां हैं वह ठीक नहीं होगा जल्दी बल्कि वह बढ़ जाएगा। रसोई में मां अन्नपूर्णा का वास होता है, इस स्थान पर कभी भी दवाइयां न रखें। वैसे दवाई रखने का महत्वपूर्ण स्थान वास्तु के हिसाब से पूर्व दिशा की ओर है। प्राण चिकित्सा एवं साईं ऊर्जा थेरेपी के अनुसार जब भी आप दवाई लेते हैं तो पहले उसे हाथ में रखकर सकारात्मक ऊर्जा दें और यह कहे कि इस दवाई को लेने से मेरा रोग बिल्कुल ठीक हो गया है तो निश्चित तौर पर वह दवाई आपके लिए असरकारक साबित होगी किंतु इस बात को हमेशा ध्यान रखें इस जहां आप निवास करते हैं मतलब आपका जो बेड है उसके आस-पास बिल्कुल दवाई नहीं रखना चाहिए उससे रोग बढ़ता है, घटता नहीं है। जिस रूम में आप रह रहे हैं, उस रूम में पूर्व दिशा या उत्तर पूर्व की दिशा की ओर दवाई रखने से ईश्वरी चमत्कार प्राप्त होता है।दवाइयां असरकारक साबित होती है।
वैसे तो सरकार ने पॉलीथिन पर बैन लगा दिया है। फिर भी कुछ सामान ऐसे होते हैं जिनके साथ पॉलीथिन घर में आई जाती है। घर में जब सामान खरीद कर लाया जाता है तो पॉलीथीन की थैलियों में भरा होता है। कुछ लोगों की आदत होती है, जरूरत के सामान को निकालकर उपयोग कर लिया जाता है और पोली बैग को इधर-उधर फैंक दिया जाता है। मान्यता है की पॉलीथीन नकारात्मक उर्जा का कारक है, जिससे घर की सकारात्मकता नष्ट होती है। अत: इसे संभाल कर रखें और अवश्यकता पड़ने पर दोबारा प्रयोग में लाया जा सके।
मैं अपने कई आर्टिकल्स में जूते चप्पल कहां रखना है इस के बारे में आपको बता चुका हूं फिर भी पून: एक बार बता रहा हूं बाहर से जब घर आएं तो अपने फुटवियर निश्चित स्थान पर रखें। जो लोग इधर-उधर अपने जूते-चप्पल और मोजे फेंक देते हैं, वह जीवन में कभी प्रगति नहीं कर सकते। खराब हो चुके जूते-चप्पल घर में नहीं रखें। दरवाजे के आसपास यानी मुख्य द्वार के पास जूते चप्पल बिल्कुल ना रखें कुछ दूरी पर आप उन्हें ढक कर रख सकते हैं।
♦♦यदि आपको स्वास्थ संबंधी कोई परेशानी है तो आप साईं अन्नपूर्णा सोशल फाउंडेशन के नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं परम पूज्य गुरुदेव श्री मनीष साई जी से आध्यात्मिक नुस्खों के जरिए बीमारियों से कैसे बचा जाए इसके उपाय जान सकते हैं। वास्तु, ज्योतिष एवं तंत्र विज्ञान से संबंधित भी परामर्श आप प्राप्त कर सकते हैं।
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