Posts

Showing posts from July 26, 2018

सावन में खत्म होगी तीन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती, तीन राशियों के लोग होंगे सुखी- मनीष साईं

Image
सावन में खत्म होगी तीन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती, तीन राशियों के लोग होंगे सुखी- मनीष साईं शनि की साढ़ेसाती सुनकर लोग घबरा जाते हैं। वाकई घबराने की भी बात है क्योंकि शनि यदि अपनी निगाह टेढ़ी कर दे तो अच्छे से अच्छा व्यक्ति सड़क पर आ जाता है। शनि की कृपा प्राप्त हो जाए तो सड़क पर खड़ा व्यक्ति मालामाल हो सकता है। विश्व प्रसिद्ध वास्तु एवं ज्योतिष गुरु श्री मनीष साई जी के अनुसार ज्योतिष शास्त्र मैं ऐसा संयोग बन रहा है कि सावन में 3 राशियों से शनि की साढ़ेसाती खत्म हो जाएगी।  इन तीन राशियों के सभी रुके हुए काम बनेंगे तथा जीवन इन लोगों का सुखमय होगा आइए जानते हैं वह तीन राशि कौन सी है। वृषभ राशि- इस राशि के लोगों को व्यापार में लाभ होगा नौकरी यदि नहीं मिल रही है तो वह जल्द मिल जाएगी। वृषभ राशि वालों के लिए कुबेर का खजाना खुलने वाला है क्योंकि उन्हें शनि की साढ़ेसाती खत्म होते ही धन लाभ होगा।कई सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। पारिवारिक तनाव दूर होगा तथा रुके हुए पैसे भी प्राप्त होंगे। मकर राशि- शनि की साढ़ेसाती खत्म होते ही कोई बड़ी खुशी की खबर मिलेगी। जीवन में परिवर्तन होगा। म

चंद्र ग्रहण पर विशेष

Image
▪▪चंद्र ग्रहण पर विशेष- जानिए राशि अनुसार ग्रहण में क्या करें क्या नहीं एवं ग्रहण का समय- मनीष साईं चंद्र ग्रहण कल 27 जुलाई 2018 को लग रहा है। इस दिन राशि अनुसार  क्या करें क्या नहीं ग्रहण में सूतक का समय क्या होगा ग्रहण कितने बजे से कितने बजे तक लगेगा इस बारे में श्री मनीष साईं  प्रसिद्ध वास्तु ज्योतिष एवं तंत्र विशेषज्ञ ने चंद्रग्रहण की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया, खास बात यह है कि यह ग्रहण संपूर्ण भारतवर्ष में दिखाई देगा तथा स्पर्श काल मध्यकाल एवं मोक्ष काल तक ग्रहण दिखाई देगा। खग्रास चंद्रग्रहण संपूर्ण यूरोप, अफ्रीका, एशिया तथा आस्ट्रेलिया महाद्वीप में दृश्य होगा।  न्यूजीलैंड के अधिकांश भाग में, जापान, रूस, चीन, अफ्रीका तथा यूरोप के अधिकांश भागों में दृश्य होगा। ◾सूतक का समय- यह ग्रहण 3 घंटा 55 मिनट का है। ग्रहण का स्पर्श काल रात्रि 11: 54 मिनट पर, मध्य काल रात्रि 1:52 पर एवं मोक्ष काल रात्रि 3: 49 मिनट पर है. चंद्र ग्रहण का सूतक काल दिन में  2:54 पर लग जाएगा जो भी शुभ कार्य हो, वह सभी कार्य सूतक काल से पूर्व ही कर लेना श्रेयस्कर होता है क्योंकि आज के दिन ही गुरु पूर