ज्योतिष के अनुसार मकान बनाने के योग

ज्योतिष के अनुसार मकान बनाने के योग

 ( लेखक -मनीष साईं वास्तु, ज्योतिष एवं तंत्र गुरु तथा देश के वरिष्ठ पत्रकार हैं)

एक अच्छा घर बनाने की इच्छा हर व्यक्ति के जीवन की चाह होती है. व्यक्ति किसी ना किसी तरह से जोड़-तोड़ कर के घर बनाने के लिए प्रयास करता ही है। कुछ ऎसे व्यक्ति भी होते हैं जो जीवन भर प्रयास करते हैं लेकिन किन्हीं कारणो से अपना घर फिर भी नहीं बना पाते हैं। कुछ ऎसे भी होते हैं जिन्हें संपत्ति विरासत में मिलती है और वह स्वयं कुछ भी नहीं करते हैं। बहुत से अपनी मेहनत से एक से अधिक संपत्ति बनाने में कामयाब हो जाते हैं। जन्म कुंडली के ऎसे कौन से योग हैं जो मकान अथवा भूमि अर्जित करने में सहायक होते हैं, उनके बारे में आज इस लेख के माध्यम से जानने का प्रयास करेगें।

स्वयं की भूमि अथवा मकान बनाने के लिए चतुर्थ भाव का बली होना आवश्यक होता है, तभी व्यक्ति घर बना पाता है।

मंगल को भूमि का और चतुर्थ भाव का कारक माना जाता है, इसलिए अपना मकान बनाने के लिए मंगल की स्थिति कुंडली में शुभ तथा बली होनी चाहिए।

मंगल का संबंध जब जन्म कुंडली में चतुर्थ भाव से बनता है तब व्यक्ति अपने जीवन में कभी ना कभी खुद की प्रॉपर्टी अवश्य बनाता है।

मंगल यदि अकेला चतुर्थ भाव में स्थित हो तब अपनी प्रॉपर्टी होते हुए भी व्यक्ति को उससे कलह ही प्राप्त होते हैं अथवा प्रॉपर्टी को लेकर कोई ना कोई विवाद बना रहता है।

मंगल को भूमि तो शनि को निर्माण माना गया है. इसलिए जब भी दशा/अन्तर्दशा में मंगल व शनि का संबंध चतुर्थ/चतुर्थेश से बनता है और कुंडली में मकान बनने के योग मौजूद होते हैं तब व्यक्ति अपना घर बनाता है।

चतुर्थ भाव/चतुर्थेश पर शुभ ग्रहों का प्रभाव घर का सुख देता है।

चतुर्थ भाव/चतुर्थेश पर पाप व अशुभ ग्रहो का प्रभाव घर के सुख में कमी देता है और व्यक्ति अपना घर नही बना पाता है।

चतुर्थ भाव का संबंध एकादश से बनने पर व्यक्ति के एक से अधिक मकान हो सकते हैं। एकादशेश यदि चतुर्थ में स्थित हो तो इस भाव की वृद्धि करता है और एक से अधिक मकान होते हैं।

यदि चतुर्थेश, एकादश भाव में स्थित हो तब व्यक्ति की आजीविका का संबंध भूमि से बनता है।

कुंडली में यदि चतुर्थ का संबंध अष्टम से बन रहा हो तब संपत्ति मिलने में अड़चने हो सकती हैं।

जन्म कुंडली में यदि बृहस्पति का संबंध अष्टम भाव से बन रहा हो तब पैतृक संपत्ति मिलने के योग बनते हैं।

चतुर्थ, अष्टम व एकादश का संबंध बनने पर व्यक्ति जीवन में अपनी संपत्ति अवश्य बनाता है और हो सकता है कि वह अपने मित्रों के सहयोग से मकान बनाएं।

चतुर्थ का संबंध बारहवें से बन रहा हो तब व्यक्ति घर से दूर जाकर अपना मकान बना सकता है या विदेश में अपना घर बना सकता है।

जो योग जन्म कुंडली में दिखते हैं वही योग बली अवस्था में नवांश में भी मौजूद होने चाहिए।

भूमि से संबंधित सभी योग चतुर्थांश कुंडली में भी मिलने आवश्यक हैं।

चतुर्थांश कुंडली का लग्न/लग्नेश, चतुर्थ भाव/चतुर्थेश व मंगल की स्थिति का आंकलन करना चाहिए. यदि यह सब बली हैं तब व्यक्ति मकान बनाने में सफल रहता है।

मकान अथवा भूमि से संबंधित सभी योगो का आंकलन जन्म कुंडली, नवांश कुंडली व चतुर्थांश कुंडली में भी देखा जाता है। यदि तीनों में ही बली योग हैं तब बिना किसी के रुकावटों के घर बन जाता है। जितने बली योग होगें उतना अच्छा घर और योग जितने कमजोर होते जाएंगे, घर बनाने में उतनी ही अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

जन्म कुंडली में यदि चतुर्थ भाव पर अशुभ शनि का प्रभाव आ रहा हो तब व्यक्ति घर के सुख से वंचित रह सकता है। उसका अपना घर होते भी उसमें नही रह पाएगा अथवा जीवन में एक स्थान पर टिक कर नही रह पाएगा। बहुत ज्यादा घर बदल सकता है।

चतुर्थ भाव का संबंध छठे भाव से बन रहा हो तब व्यक्ति को जमीन से संबंधित कोर्ट-केस आदि का सामना भी करना पड़ सकता है।

वर्तमान समय में चतुर्थ भाव का संबंध छठे भाव से बनने पर व्यक्ति बैंक से लोन लेकर या किसी अन्य स्थान से लोन लेकर घर बनाता है।

चतुर्थ भाव का संबंध यदि दूसरे भाव से बन रहा हो तब व्यक्ति को अपनी माता की ओर से भूमि लाभ होता है।

चतुर्थ का संबंध नवम से बन रहा हो तब व्यक्ति को अपने पिता से भूमि लाभ हो सकता है।

◾उपाय-

यदि आप कुंडली से अनभिज्ञ है आप अपना स्वयं का घर बनाना चाहते हैं बन नहीं पा रहा है तो यह उपाय करें निश्चित तौर पर आपको घर के जल्द निर्माण में सहयोग मिलेगा।

1- रोज सुबह स्नान करने के बाद गणेश जी को दूर्वा और एक लाल फूल चढ़ाएं। इसके साथ ही 21 दिन तक लगातार गणेश जी से अपना मकान बनाने की राह में आनेवाली हर समस्या के निवारण के लिए प्रार्थना करें।

2- कम से कम 5 मंगलवार गणेश मंदिर में जाकर गणेश जी को गेहूं और गुड चढ़ाएं।

3- अपना घर बनाने की चाह में आनेवाली समस्या को दूर करने के लिए किसी भी मंदिर में एक नीम की लकड़ी का छोटा सा घर बनवाकर दान करें।

4- अपना घर बनवाने के योग को मजबूत करने के लिए मंगलवार के दिन सफेद गाय और उसके बछड़े को लाल मसूर की दाल और गुड खिलाएं।

5- घोड़े को भीगी हुई दाल खिलाएं, इसके साथ ही रोज़ाना कौए को दूध में भीगी रोटी और तोतों को सप्तधान्य डालें। ऐसा करने से आपका आर्थिक पक्ष मज़बूत होने लगेगा।

6- अपने घर में पूजा करने की जगह या फिर ईशान कोने में एक मिट्टी का छोटा सा घर लाकर रखें। उसमें हर रविवार को सरसों के तेल का दीपक जलाएं। दीपक जलने के बाद उसमें फिर से कपूर जलाएं।

7- अगर आप अपना स्वयं का मकान बनाना चाहते हैं तो शुक्ल पक्ष के शुक्रवार या नवरात्र के किसी भी दिन एक लाल कपड़े में छ: चुटकी कुमकुम, छ: लौंग, नौ बिंदिया, नौ मुट्ठी साफ मिट्टी और छ: कौड़ियां लपेटकर किसी भी नदी या बहते पानी में विसर्जित करें। इन चीजों को विसर्जित करते समय मन में अपनी मनोकामना दोहराते रहें। यह टोटका करने से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होगी और जल्द ही अपना मकान बनाने की राह आसान हो जाएगी।

8- कहा जाता है कि अगर किसी घर में चिड़िया या गिलहरी अपना घोंसला बना ले, तो उस घर में सुख शांति, धन समृद्धि की कोई भी कमी नहीं होगी। इसलिए अगर वो आपके घर में घोंसला बना ले तो उसे हटाना नहीं चाहिए।अगर आप किराए के घर में रहते हैं और वहां चिड़िया घोंसला बना ले, तो यह आपके लिए भी शुभ शकुन है। भविष्य में आपका भी घर बन सकता है।

9- जिन लोगों को अपना मकान खरीदने या बनाने की इच्छा है लेकिन कोई न कोई रूकावट आ रही है तो वह रविवार से शुरू करके रोज़ सुबह गाय को गुड खिलाए. इस उपाय को श्रद्धा पूर्वक करने से गौ माता की कृपा होती है और अपना मकान खरीदने में आनेवाली सभी परेशानियां दूर होती है।

10- किसी भी सिद्ध मंदिर के परिसर में छोटे-छोटे पत्थरों से एक छोटा सा घर बनाएं। घर बनने के बाद वहां भगवान की पूजा करें और अपना घर बनावाने के लिए भगवान से प्रार्थना करें। यह एक प्राचीन और चमत्कारी उपाय है। यह उपाय करने से कुछ ही समय में इसका सकारात्मक परिणाम दिखाई देने लगेगा।

🚩🚩साईं अन्नपूर्णा सोशल फाउंडेशन वेद और वैज्ञानिक रिसर्च के माध्यम से व्यक्ति के जीवन में होने वाली परेशानियों को दूर करने का प्रयास करता है संस्थान द्वारा विश्व की समग्र चिकित्सा पद्धतियों को एकजाई कर रेमेडियल वास्तु का निर्माण किया है इसमें व्यक्ति का जीवन, व्यक्ति का आचरण, व्यक्ति के ग्रहों का संतुलन और उसके जीवन से जुड़ी परेशानियों पर विस्तृत अध्ययन किया जाता है ।उसके बाद समाधान की प्रक्रिया शुरु होती है ।30 लाख के लगभग लोग संस्थान से जुड़े हैं जिनके जीवन में परिवर्तन आया है आप भी इस परिवर्तन का हिस्सा बन सकते हैं।

 🔶🔶संपर्क करें-

 साईं अन्नपूर्णा सोशल फाउंडेशन 156, सहयोग विहार शाहपुरा थाने के पास भोपाल (मध्य प्रदेश)

संपर्क- 09617950498
Whatsapp number- 7000632297
Website- www.gurumanishsai.com
🚩🚩 सबका भला हो सब सुख पाए

Comments

Popular posts from this blog

तांत्रिक क्रिया के शिकार तो नहीं जाने, यदि ब्लैक मैजिक, वशीकरण, बंधन तथा मारण का प्रयोग आप पर हुआ है तो यह उपाय करें :मनीष साईं🚩🚩

कड़ा पहनने से मिलती है मन की शांति, मां लक्ष्मी होती है प्रसन्न -मनीष साईं

दुकान या शोरूम मेहनत के बावजूद नहीं चल रहे हैं, बिक्री घट गई है, कर्ज बढ़ गया है तो यह महत्वपूर्ण उपाय करें -मनीष साईं