प्रॉपर्टी में निवेश से पहले देखे कुंडली,नहीं तो होगा नुकसान- मनीष साईं

प्रॉपर्टी में निवेश से पहले देखे कुंडली,नहीं तो होगा नुकसान- मनीष साईं



इंसान पैसा कमाता है तो सबसे पहले वह सोचता है कि  जमीन- जायदाद बना ले,उसका ध्यान  प्रॉपर्टी खरीदने  या सोना खरीदने की तरफ अधिक होता है। जमीन-जायदाद में निवेश करना आज के समय में फायदे का व्यापार साबित हो रहा है। प्रॉपर्टी में निवेश के ग्रह नक्षत्रों का संबंध ज्योतिष से बहुत गहरा होता है। किस व्यक्ति को प्रॉपर्टी में निवेश से फायदा होगा, इसका निर्धारण उसकी जन्मपत्री में इस व्यापार से संबंधित ग्रह व भाव के अवलोकन से हो सकता है। प्रॉपर्टी में निवेश करने से पहले इन ग्रहों को जान लेना जरूरी होता है।  यदि आप निवेश करने जा रहे हैं जन्म कुंडली में इन बातों को जरूर चेक कर लीजिए। विश्व प्रसिद्ध वास्तु ज्योतिष एवं तंत्र गुरु मनीष साईं जी के अनुसार आइए जानते हैं प्रॉपर्टी में निवेश और ग्रह नक्षत्र क्या कहते हैं।

जन्म कुंडली के चतुर्थ भाव से जमीन-जायदाद तथा भू-सम्पत्ति के बारे में विचार किया जाता है। यदि चतुर्थ भाव तथा उसका स्वामी ग्रह शुुभ राशि में, शुभ ग्रह या अपने स्वामी से युत या दृष्ट हो, किसी पाप ग्रह से युत या दृष्ट न हो तो, जमीन संबंधी व्यापार से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। भूमि का कारक ग्रह मंगल है। अत: कुंडली में चतुर्थ भाव, चतुर्थेश तथा मंगल की शुभ स्थिति से भूमि संबंधी व्यापार से फायदा होगा।

भूमि के व्यापार में जमीन का क्रय-विक्रय करना, प्रॉपर्टी में निवेश कर लाभ में बेचना, दलाली के रूप में काम करना तथा कॅालोनाइजर के रूप में स्कीम काटकर बेचना इत्यादि शामिल है, ऐसे सभी व्यापार का उद्देेश्य आय बढ़ाकर धन कमाना होता है। अत: भूमि से संबंधित ग्रहों का शुभ संयोग कुंडली के धन (द्वितीय) तथा आय (एकादश) भाव से भी होना आवश्यक है।

चतुर्थ भाव का स्वामी एवं मंगल उच्च, स्वग्रही अथवा मूल त्रिकोण का होकर शुभ युति में हो तथा धनेश, लाभेश से संबंध बनाए तो प्रॉपर्टी के कारोबार से उत्तम फलों की प्राप्ति होती है। इसी प्रकार चतुर्थ भाव का स्वामी धनेश, लाभेश, लग्न अथवा दशम भाव के स्वामी से राशि परिवर्तन करे तो, उस व्यक्ति को भूमि के क्रय-विक्रय से धन लाभ होता है।

🔹मंगल को प्रसन्न कर प्रॉपर्टी में निवेश करें-

जन्म कुंडली में  भूमि, भवन, संपत्ति का कारक ग्रह मंगल होता है इसलिए कुंडली में मंगल की शुभ स्थिति होना आवश्यक है। यदि मंगल अशुभ है तो व्यक्ति लाख प्रयासों के बावजूद अपना मकान नहीं बना पाता। मंगल की शुभता के लिए कुछ उपाय बताए जा रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप भी मंगल को प्रसन्न कर सकते हैं। यदि निवेश करने के बाद भी लाभ नहीं हो रहा है तो भी यह उपाय वास्तु ज्योतिष एवं तंत्र गुरु मनीष साईं जी के अनुसार आप कर सकते हैं।

▪ मंगलवार के दिन अष्टधातु में बने मंगल यंत्र की अपने पूजा स्थान में स्थापना करना चाहिए। इसकी नियमित पूजा करना चाहिए। मंगलवार को लाल चंदन, लाल पुष्प से यंत्र की पूजा करें और स्वयं केसर का तिलक लगाएं।

▪ जिस भूमि जिस मकान या जो भी प्रॉपर्टी हो उसे आप खरीदना चाहते हैं तो वहां की थोड़ी सी मिट्टी उठाकर लाइए और उसे लाल कलर के कपड़े में बांधकर हनुमान मंदिर में जाकर भगवान को अर्पित कर दीजिए और प्रार्थना करें हे प्रभु आपकी कृपा से मुझे यह प्रॉपर्टी कासुख प्राप्त हो चुका है मैं बहुत खुश हूं। ऐसा 5 मंगलवार को करना है।

▪ मंगलवार को शिवलिंग पर मसूर की दाल अर्पित करें। शनिवार को किसी भूखे को यथाशक्ति इमरती खिलाएं।

▪ मूंगे के गणपति गले में पहने जा सकते हैं। या पूजा स्थान में मूंगे के गणपति की स्थापना करें।
▪ नवग्रह स्तोत्र का नियमित पाठ करें।
▪ मंगलवार को मंगलस्तोत्र का पाठ करें।


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Comments

  1. मंगल मजबुत करने के उपाय बताए कृप्या 🙏🙏🙏

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  2. Pancham bhav main mesh rashi ka mangal ketu ki yuti hai

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